अंबेडकरनगर, सहयोग मंत्रा। नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा द्वारा जेम पोर्टल पर 40 स्ट्रीट लाइट लगाने हेतु टेंडर जारी किया गया है।
टेंडर में केवल लाइट की गुणवत्ता का उल्लेख किया गया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया गया कि लाइटें कहां-कहां लगाई जानी हैं। टेंडर 12 जुलाई 2025 को खुलना प्रस्तावित था, लेकिन माह का दूसरा शनिवार होने के कारण नहीं खुल सका।
इसी बीच नगर पंचायत अध्यक्ष के करीबी एक सभासद द्वारा यह खुलासा किया गया कि पूर्व में लगाई गई स्ट्रीट लाइटों का फर्जी भुगतान करने की मंशा से यह टेंडर जारी किया गया है।इस खुलासे के बाद नगर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या पहले से लगी लाइटों का भुगतान अब नए टेंडर के माध्यम से किया जाएगा? चर्चाओं का रुख इस ओर भी है कि कहीं नगर पंचायत जिला पंचायत की तरह पूर्व में कराए गए कार्यों का भुगतान कराने के लिए तो टेंडर जारी नहीं कर रही।
गौरतलब है कि हाल ही में जिला पंचायत अम्बेडकरनगर को भी इसी तरह के आरोपों के चलते हुए कार्यों को टेंडर से हटाना पड़ा था और प्रेस विज्ञप्ति जारी करनी पड़ी थी।
नगरवासियों के बीच इस बात की चर्चा भी है कि कुछ दिन पहले नगर में जो त्रिशूल-डमरू चिन्ह वाली स्ट्रीट लाइटें लगाई गई थीं, कहीं उन्हीं लाइटों का भुगतान कराने की योजना तो नहीं बनाई जा रही।
लोगों का कहना है कि इन लाइटों का वीडियो नगर पंचायत अध्यक्ष ओमकार गुप्ता के फेसबुक पेज सहित कई सोशल मीडिया अकाउंट पर पहले से ही साझा किया जा चुका है। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि पहले से प्रचारित लाइटों का भुगतान नए टेंडर के जरिए कैसे संभव होगा? फिलहाल, सच्चाई सामने आने के लिए टेंडर खुलने और वर्क ऑर्डर जारी होने का इंतजार किया जा रहा है। टेंडर किस फर्म को मिलता है और कार्य कब, कहां, किस प्रकार होता है, इसकी जानकारी मिलने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगी। तब तक चर्चाओं का दौर जारी है।