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Ambedkar Nagar News: प्रशासन मेहरबान, तभी तो खुलेआम बाजार में बिक रहा जंक और फास्ट फूड

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फास्ट फूड से बिगड़ रही है सेहत, वजन के साथ ही बढ़ रही बीमारी

अंबेडकरनगर, सहयोग मंत्रा। सवाल ये उठता है कि संबंधित सरकारी एजेंसियां इस पर रोक क्यों नहीं लगा पा रही हैं? कभी भी जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई क्यों नहीं होती? अवैध रूप से चल रहे ऐसी खतरनाक दुकानों या औद्योगिक इकाइयों को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए क्यों नहीं किए जा रहे ठोस उपाय? फास्ट फूड ही सेहत का सबसे बड़ा दुश्मन है। बच्चों से लेकर बड़े तक फास्ट फूड के लिए घर का बना ताजा व शुद्ध खाना छोड़ देते हैं जबकि जो फास्ट फूड खाया जा रहा है। बह बीमार कर रहा है। चिकित्सक भी लगातार फास्ट फूड से दूरी बनाने की सलाह दे रहे हैं। इसके बाद भी लोगों की पहली पसंद फास्ट फूड है। चिकित्सकों के अनुसार फास्ट फूड लीवर, दिल को नुकसान पहुंचाने के साथ ही पेट की कई बीमारियों को जन्म देता है। वजन बढ़ाने में भी फास्ट फूड का ही बड़ा योगदान है। फास्ट फूड से सबसे बड़ा नुकसान नौजवानों को हो रहा है। उनकी सेहत बिगड़ती जा रही है। वजन बढ़ने के साथ ही एसिडिटी की समस्या आम हो गई है।शासन व डीएम के निर्देश पर मिलावटी खाद्य पदार्थो की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की टीम ने अभियान चलाया जा रहा है। इसके पश्चात भी जनपद मुख्यालय की सभी सड़कों पर फास्ट फूड जंक फूड की दुकान सैकड़ो की तादात में दिखाई पड़ेगी।खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता तय करने वाली व्यवस्था की स्थिति का अंदाजा भी हर किसी को होने लगा। बाजारों में तैयार एवं खुले बिक्री के लिए उपलब्ध खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता मापने के लिए पर्याप्त कानून तो है, लेकिन इसे लागू करने वाले हमेशा से पैसे के आगे बौने हो जाते हैं।

हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आशुतोष शुक्ला ने बताया कि फास्ट फूड खाने से कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होता है। इससे ही हार्ट अटैक होता है। बीपी की समस्या हो जाती है। बीपी बढ़ने से जान तक चली जाती है। फास्ट फूड खाने से बचना ही चाहिए। यही नुकसान मिलावटी खाद्य सामग्री खाने से होता है।

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