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Ayodhya News: तम्बाकू नियंत्रण कानून कोटपा-2003 के समस्त धाराओं के प्रभावी : डॉ. संदीप शुक्ला

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तबाकू सेवन से कैंसर व फेफड़े से पीड़ित मरीजों की संख्या में हो रहा इजाफा 

अयोध्या,सहयोग मंत्रा। जनपद अयोध्या स्थित मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया गया।


  इस अवसर पर राजर्षि दशरथ मेडिकल कालेज अयोध्या में प्रधानाचार्य की अध्यक्षता तथा मुख्य अतिथि, मुख्य चिकित्साधिकारी अयोध्या, कालेज के प्रोफेसर, नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यकम, अयोध्या, यू०पी०बी०एच०ए० के रीजनल कोर्डिनेटर दिलीप कुमार पाण्डेय की उपस्थिति में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्र एवं छात्राओं के साथ प्रशिक्षण कार्यकम, गोष्ठी, तम्बाकू का सेवन न करने का शपथ कार्यकम, एलोलाइन कैम्पेन और हस्ताक्षर अभियान का सफल कार्यकम किया गया।


  गोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए राजर्षि दशस्थ मेडिकल कालेज, अयोध्या में प्रधानाचार्य डा० ज्ञानेन्द्र कुमार ने कहा कि तम्बाकू, बीड़ी और सिगरेट के सेवन से टीवी, कैंसर सहित तमाम बीमारियाँ शरीर को जकड़ लेती हैं।

   इनके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद कमजोर करते हुए शरीर की (इम्यूनिटी) को समाप्त करता हैं।  जिससे व्यक्ति कई तरह के रोगों से पीड़ित हो जाता है और इन बीमारियों से उसकी जान भी चली जाती है।


   तम्बाकू से उत्पन्न इसी समस्या को देखते हुए लोगों को इसके सेवन से बचाने के लिए हर साल 31 मई को तम्बाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है।

  इस वर्ष विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम "बच्चों को तम्बाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचायें" है। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के छात्र-छात्राओं एवं कर्मचारियों ने प्रतिज्ञा लिया कि हम धूम्रपान एवं तम्बाकू उत्पाद का सेवन नहीं करेंगे। अपने बच्चों एवं समाज को तम्बाकू से दूर रखेंगे एवं समाज को भी इससे बचायेंगे।

   मुख्य चिकित्साधिकारी, अयोध्या डा० संजय जैन ने बताया कि 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाने का मुख्य उद्देश लोगों को तंबाकू से दूर रहने के लिए याद दिलाने और जो लोग इसकी लत में है। उन्हें इसके सेवन से होने वाले गंभीर बीमारियों के प्रति जागरूक कर इलाज के लिए प्रेरित करना।

  उन्होंने कहा कि तम्बाकू पदार्थों का सेवन स्वास्थ्य लिए बेहद हानिकारक होता है। उन्होने बताया कि तम्बाकू के चलते होने वाले दुष्परिणाम के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आज जिले के सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।

  राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डा० संदीप कुमार शुक्ला ने बताया कि समस्त जनपद में तम्बाकू नियंत्रण कानून कोटपा-2003 के समस्त धाराओं के प्रभावी क्रियान्वयन करना।

  जिसकी विभिन्न धाराओं पर चर्चा की, जो इस प्रकार हैं.....

धारा 4 - सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान निषेध है 200 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।

धारा 5- तंबाकू उत्पादों के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष विज्ञापन पर प्रतिबंध।

धारा 6 (क) 18 वर्ष से कम आयु के नाबालिगों को तंबाकू उत्पादों की विक्री पर प्रतिबंध।।

धारा 6 (ख) शिक्षा संस्थान के 100 यार्ड के भीतर तंबाकू उत्पादों की बिक्री दंडनीय है।

उक्त के उलंघन की दशा में विधिक कार्यवाही का विधान है।

दिलीप कुमार पांडेय (RC - UPVHA) ने बताया कि विश्व में तंबाकू के सेवन से लाखों लोगों की मौत हो रही है। विश्व में तंबाकू बीड़ी), सिगरेट, गुटखा आदि के सेवन से मृत्यु को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 1987 में दुनियाभर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने की घोषणा की थी। हालांकि पहली बार यह दिन 7 अप्रैल को मनाया गया था। लेकिन उसके बाद 31 मई 1988 को इसका प्रस्ताव पास हुआ उसके बाद 31 मई को हर साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाना लगा।

विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2024 की की थीम है "बच्चो को तम्बाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचायें।"

मेडिकल कालेज की प्रोफेसर डा० अदिति तंबाकू व धूम्रपान सेवन कैंसर जैसे बीमारी ने बताया कि तंबाकू, सिगरेट या अन्य कोई भी इस तरह का पदार्थ का सेवन टीबी व कैंसर जैसी बीमारी को न्योता देने जैसा है। लंबे समय तक धूम्रपान करने से मुंह व फेफड़े एवं सांस की नली में कैंसर होने की संभावना काफी ज्यादा होती है।

   उपमुख्य चिकित्साधिकारी डा० वेद प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि पूरे विश्व में कैंसर से होने वाली मृत्यु में फेफड़े के कैंसर के मरीजों की संख्या सबसे अधिक है। इसका मुख्य कारण अत्यधिक धूम्रपान सेवन करना ही होता है। जिसमें बीड़ी, सिगरेट, खैनी, पान मसाला, पुड़िया, जर्दा, पीला पत्ती आदि के सेवन से मुंह का कैंसर की संभावना बनी रहती है। मजबूत इच्छाशक्ति के साथ ही चिकित्सकीय इलाज, परिवार के अलावा आसपास के लोगों के सहयोग से तंबाकू सेवन की लत से बाहर निकला जा सकता है। साथ ही योगा और सुबहशाम को टहलने चाहिए। साथ ही सभी लोगों को संकल्प लेना चाहिए कि तंबाकू, गुटका, बीड़ी, सिगरेट, खैनी, पान मसाला से दूर रहेंगे।

  इस कार्यक्रम में मेडिकल कालेज की प्रोफेसर डा० प्रतिभा गुप्ता,  राम अनुज सिंह, नेहा सिंह आदि अधिकारी/कर्मचारी उपस्थिति रहें।

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