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Ayodhya News: प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक के फरमान पर सहमा जिला चिकित्सालय पैरामेडिकल स्टाफ

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अयोध्या, सहयोग मंत्रा। 1 फरवरी को  प्रभारी प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक का पद ग्रहण करने के बाद से उनके द्वारा रोज-रोज जारी नए फरमान से इन दिनों जिला चिकित्सालय के चिकित्सक से लेकर सफाई कर्मियों तक में हड़कंप मचा हुआ है। पहले दिन बुलाई चिकित्सको की बैठक में नवजात प्रभारी अधिकारी डॉक्टर एनपी गुप्ता ने सीधे अपने अधीनस्थ चिकित्सकों को ही धोना शुरू कर दिया। उन्होंने डॉक्टरों से कह डाला कि वह अपनी हद में रहें ,उनके बाद पैरामेडिकल स्टाफ से कहा कि वह समय से ड्यूटी आएं और हद में रहकर अपनी ड्यूटी करें अन्यथा की शिकायत मिलने पर उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई किया जाएगा । चिकित्सालय में प्रशिक्षण ले रहे अभ्यर्थियों की सूची तलब कर सूची से अतिरिक्त पाए जाने वाले अभ्यर्थियों के विरुद्ध FIR दर्ज करने की बात कहे जाने के बाद से अब चिकित्सालय के स्टाफ की कमी का रोना लेकर पूरा पैरामेडिकल स्टाफ सकते में है कि अगर ऐसा हुआ तो ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक में आने वाले मरीजों को देख पाना बहुत मुश्किल हो जाएगा वहीं इमरजेंसी ओपीडी प्रभारी फार्मासिस्ट सर्वेश श्रीवास्तव ने प्रभारी अधिकारी के इस फरमान को चेतावनी मानते हुए उनसे सीधे टकराने का जिम्मा लिया है उनका कहना है कि इमरजेंसी में उन्होंने अपनी जिम्मेदारी पर दो से तीन ऐसे लोगों को रखा है जिसे वह अपने जिम्मे का काम पूरा कराते हैं और उन्हें अपनी तरफ से रोजाना मेहनताना देते हैं।

 बताते चलें कि पिछले कई वर्षों से जिला चिकित्सालय इमरजेंसी ओपीडी प्रभारी फार्मासिस्ट वर्तमान व पूर्व दोनों ही अपने साथ दो से तीन युवक को सहयोगी के रूप में रखकर उन्हें दो से ₹300 रोज के हिसाब से भुगतान करते हैं। अब सोचने वाली बात यह है यह धनराशि प्रभारी फार्मासिस्ट किस मद से दे रहे हैं। क्या यही वह सहयोगी हैं जिनसे फार्मासिस्ट अपने ऊपर की कमाई करते हैं नहीं तो इतनी बड़ी रकम का भुगतान वह कहां से कर सकते हैं। क्या वह अपने वेतन से कर रहे हैं। यही बात नवागत चिकित्सा अधीक्षक को हैरान कर रही है वैसे उनके द्वारा जारी फरमान की माने तो उन्हें इतना पता है होने के बाद भी वह कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं यह तो वही जाने इस विषय

2 बजे के बाद होगी बात- सीएमएस

 तुगलकी फरमान के बाद अब अयोध्या जिला चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक डॉक्टर एनपी गुप्ता के द्वारा जारी फरमान में कहा है कि किसी भी मीडिया कर्मी को अगर कोई बात करनी है हो तो वह सीधे मुझसे बात कर मिले अन्यथा व किसी अन्य से कोई सवाल जवाब ना करें पर नहीं माना जाएगा वहीं आज जब कुछ मीडिया कर्मी उनसे मिलने कार्यालय पहुंचे तो वहां से पता चला कि साहब अभी ऑपरेशन में है इस पर जब मीडिया ने उनसे दूरभाष पर बात किया तो उन्होंने कहा कि हमसे मिलना हो तो 2:00 बजे के बाद मिले ।

ऐसे में जब सरकार ने प्रदेश के सभी अधिकारियों को निर्देशित कर रखा है कि कार्यालय में सुबह 10 से 12 बजे तक जनता से मिलेंगे ऐसे में सीएमएस का यह फरमान फरियादी मरीजों व तीमारदारों को निराश कर रहा है।

- महेश शंकर

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