मिल्कीपुर/अयोध्या,सहयोग मंत्रा।आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय वार्षिक कार्यशाला का शुक्रवार को समापन हो गया। "औषधीय, सगंध पौध एवं पान शोध परियोजना" विषय पर आयोजित इस कार्यशाला का समापन कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह की मौजूदगी में हुआ। तीन दिनों तक चलने वाले राष्ट्रीय कार्यशाला में राज्यभर से 26 कृषि विश्वविद्यालयों एवं केंद्रीय कृषि संस्थानों के लगभग 100 वैज्ञानिकाे ने विभिन्न विषयों पर विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में एलुवेरा, सतावर, अश्वगंधा का प्रयोग को प्रतिदिन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि औषधीय एवं सगंधित पौधे स्वास्थ्य और आजीविका सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक किसानों को औषधीय पौधों की खेती करनी चाहिए। इससे किसने की आय में भी अधिक वृद्धि हो सकती है। इस दौरान वैज्ञानिकों ने कुलपति के साथ सब्जी विज्ञान प्रक्षेत्र का भ्रमण कर बारीकियों को परखा।
राष्ट्रीय कार्यशाला के मुख्य आयोजक उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा संजय पाठक एवं कार्यक्रम का संयोजन डा. राम सुमन मिश्रा ने किया। इस मौके पर विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता, निदेशक, वैज्ञानिक, शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
- उमाशंकर तिवारी